Tuesday, August 22, 2017

शास्त्रकोषः

यथा बीजं विना क्षेत्रमुप्तं भवति निष्फलम् ।
तथा पुरुषकारेण विना दैवं न सिद्ध्यति॥ 
(महाभारतम्, शान्तिपर्व ६.७)

ಹೊಲದಲ್ಲಿ ಬಿತ್ತದಿರುವ ಬೀಜವು ನಿಷ್ಫಲವಾಗುವಂತೆ, ಪ್ರಯತ್ನದ ಜೊತೆಗೂಡದ ಅದೃಷ್ಟವು ಫಲಿಸಲಾರದು.

जिसप्रकार खेत में न बोया हुआ बीज निष्फल होता है तथा प्रयत्नों के विना भाग्य निष्फल होता है । प्रयत्नों के बिना भागधेय नहीं फलता है ।


The destiny without efforts is as useless as a seed which is not sowed in farm. Destiny gets fruitful with the help of efforts.